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1 मौका , SCO से फिसला QUAD ने पकड़ा !

नई दिल्ली ( भारत ):-

26 जून 2025 को चीन के क़िंगदाओ में SCO की एक महत्वपूर्ण मीटिंग हुई| इसमें 10 मेंबर देशों के रक्षा मंत्रियों ने भाग लिया| इस मीटिंग के पूरा होने के बाद जॉइंट स्टेटमेंट जारी होनी थी ,उस जॉइंट स्टेटमेंट का ड्राफ्ट जब भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के पास हस्ताक्षर के लिये आया, तो उन्होंने देखा की उस ड्राफ्ट में पाकिस्तान में अभी हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा तो है लेकिन भारत के पहलगाम में हुए आतंवादी हमले का जिक्र तक नहीं है, उन्होंने SCO के इस दोहरे चरित्र  पर आपत्ति जताई और हस्ताक्षर करने से मना कर दिया| 

 

 इस तरह SCO के रक्षा मंत्रियों की सालाना मीटिंग बिना किसी जॉइंट स्टेटमेंट को हस्ताक्षर किये बगैर ही समाप्त हो गई , और भारत को इसमें एक नकारात्मक देश के रूप में पेश करने की कोशिश चीन और उसके मीडिया के द्वारा की गई, जबकि भारत अपनी जगह किसी भी संप्रभु देश की तरह बिलकुल सही है |

चीन के द्वारा इस तरह के नकारात्मक रवैए को अपनाने के बाद अगस्त और सितम्बर महीने में SCO के तहत होने वाली 10 मेंबर देशों के राष्ट्र अध्यक्षों के मीटिंग में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जाने पर भी अब संदेह पैदा हो गया है , चीन के पास भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारने का यह एक शानदार अवसर था जिसे उसने गवा दिया |

QUAD :-

1 july 2025 को अमेरिका के वाशिंगटन dc में Quad ग्रुप ( भारत ,ऑस्ट्रेलिया, जापान , अमेरिका ) के विदेश मंत्रियों की  सालाना बैठक हुई , इस बैठक की जॉइंट स्टेटमेंट जारी हुई और इस स्टेटमेंट में अप्रैल महीने की 22 तारीख को भारत के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की गई और इसके लिये कसूरवार संघटनों को उनके अंजाम तक पहुंचाने की लिये भारत का समर्थन किया गया |

हालाँकि ये बात भी सच है की अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति में न तो कोई किसी का पक्का  दोस्त है न कोई किसी का पक्का दुश्मन , सबके अपने अपने हित होते हैं, चीन का पाकिस्तान को समर्थन करने का सीधा कारण है के वो भारत को एक प्रतिद्वंदी के रूप में देखता है जिसका तरक्की करना सीधा सीधा चीन का नुक्सान है और चीन कभी भी एक विकसित भारत नहीं देखना चाहेगा|

इस वजह से वो पाकिस्तान का प्रयोग भारत के खिलाफ करता है ताकि भारत को कई जगह उलझाया जा सके और भारत के रिसोर्सेज जो की भारत की तरक्की की काम आने चाहिये वो ऐसे ही बर्बाद होते रहें, इसी में चीन का फायदा  है|

अगर हम  इन  दोनों समूहों की तुलना करें की किस समूह की विश्व में  ज्यादा मान्यता है तो हम पाएंगे की बेशक sco के पास 10 मेंबर हैं और quad के पास 4 मेंबर हैं , लेकिन जहाँ quad में सभी लोकतांत्रिक व्यवस्था वाले देश हैं वहीँ  sco में भारत को छोड़ की अमूमन सभी देश या तो कम्युनिस्ट है या फिर मिलिट्री या रिलीजियस डिक्टेटरशिप व्यवस्था वाले देश |

SCO MEMBER COUNTRIES QUAD MEMBER COUNTRIES
CHINA AMERICA
RUSSIA INDIA
KAZAKHSTAN , UZBEKISTAN JAPAN
KYRGYZSTAN AUSTRALIA
TAJIKISTAN  
INDIA  
PAKISTAN  
IRAN  
BELARUS  
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