डिजिटल डेस्क ( नई दिल्ली )
सम्पादन :- अश्वनी चौहान
आज 7 सितम्बर 2025 की रात होने वाला पूर्ण चन्द्रग्रहण दुनिया भर के खगोल प्रेमियों और आम लोगों के लिये बेहद ख़ास होने वाला है | इस रात पूरा चाँद धरती की छाया में आकर लालिमा से भर जाएगा , इसे लोग आमतौर पर “ब्लडमून“ के नाम से भी जानते हैं |
. कब और कहाँ दिखेगा यह ग्रहण ?
यह ग्रहण एशिया ,यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को साफ़ साफ़ दिखाए देगा | लगभग 6.2 अरब लोग इस खगोलीय घटना को अपनी आँखों से देख पाएंगे |
भारत में समय :-
. आंशिक ग्रहण शुरू :- रात 9:57 बजे ( 7 सितम्बर )
. पूर्ण ग्रहण : रात 11 बजे से 12:22 बजे तक
. अंत : रात 1:25 बजे ( 8 सितम्बर की सुबह )
अमेरिका और कनाडा के लोग इस दृश्य को नहीं देख पाएंगे क्योंकि उस समय वहां पर दिन होगा |
बिना किसी खतरे के देख सकते हैं :-
सूर्य ग्रहण के विपरीत , चंद्र ग्रहण को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के नंगी आँखों से देख सकते हैं | हालाँकि , दूरबीन या कैमरा से इसे देखना और भी रोमांचक होगा |
. क्या होगा इस ग्रहण में ख़ास ?
. यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा , जब पृथ्वी सूर्य और चन्द्रमा के बीच आकर उसकी रोशनी को रोक देती है |
. ग्रहण के दौरान चाँद का रंग लाल या ताम्बे जैसा दिखाई देगा |
. सबसे ख़ास बात यह है की 82 मिनट तक पूर्ण ग्रह रहेगा , जो इसे बेहद दुर्लभ और यादगार बनाता है |
. यह ग्रहण ठीक उसी समय हो रहा है जब चाँद धरती के सबसे नजदीक होगा , इसलिये यह आकार में बड़ा और ज्यादा चमकीला दिखाए देगा |
. देखने के ख़ास सुझाव
. ग्रहण के शुरुआत से ही आकाश पर नजर रखें , ताकि आप छाया का फैलाब देख सकें |
. अगर आप फोटोग्राफी का शौक रखते हैं , तो यह मौका ब्लड मून के तस्वीरें लेने के लिये शानदार रहेगा |
. खुले मैदान या छत से देखें ताकि आकाश साफ़ दिखाई दे |
. धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
भारत में चंद्रग्रहण से पहले और चंद्रग्रहण के दौरान सूतक काल मन जाता है | इस दौरान कई लोग धार्मिक कार्य , भोजन पकाना या मंदिर दर्शन से परहेज करते हैं | ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान और पूजा का विशेष महत्व होता है |
