डिजिटल डेस्क ( नई दिल्ली )
4 जुलाई 2025 :-
जिस तरह हम भारतीयों के लिये 15 अगस्त है उसी तरह अमेरिकन्स के लिये 4 जुलाई बहुत खास दिन होता है | 4 जुलाई 1776 को अमेरिका के पूर्वी तट पर स्थित 13 ब्रिटिश कॉलोनियों ने खुद को ब्रिटेन के शाशन से आजाद घोषित किया था | जिस तरह भारत में रहते हुए ब्रिटेन सरकार ने भारतीयों पर अलग अलग तरह के टैक्स लगाए थे उसी तरह अमेरिका में भी वहां के लोग और सरकारें ब्रिटिश साम्राज्य से परेशान थे |
अपने खुद के हितों के लिये फैसले न ले पाने का दुख और ऊपर से ब्रिटश सैनिकों का वहां होना , वहां के लोगों में लगातार ब्रिटेन के प्रति नाराजगी बढ़ाने का काम कर रहा था | इन सब से तंग आकर आखिरकार 4 जुलाई 1776 को फ़िलेडैल्फ़िया में वहां के कॉन्टिनेंटल कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने स्वतंत्रता के घोषणा को मंजूरी दी |
हालाँकि स्वतंत्रता के घोषणा 1776 में हो गई थी लेकिन इसके बाबजूद अमेरिका और ब्रिटेन के बीच युद्ध कुछ और वर्षों तक चलता रहा , और अंततः 3 सितम्बर 1783 को पेरिस के संधि (treaty of paris ) के तहत ब्रिटेन ने औपचारिक रूप से अमेरिका के स्वतंत्रता को मान्यता दे दी |
1788-89 में जॉर्ज वाशिंगटन ने अमेरिका के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली , जिससे अमेरिका का नया युग शुरू हुआ| अमेरिका को आजादी के 108 साल बाद फ्रांस ने स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का उपहार दिया , जो एक स्वतंत्र लोकतंत्र का प्रतीक बन गया|
इस मूर्ति को फ्रांस के एक मूर्तिकार फ्रेडरिक अगुस्ते बर्थोल्डी ने डिज़ाइन किया था | स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी एक रोमन देवी लिबर्टस की छवि पर आधारित है जो स्वतंत्रता का प्रतीक है | यह मूर्ति कॉपर की बनी है और इसे 350 टुकड़ों में पैक करके जहाज से न्यूयॉर्क लाया गया था |
स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी को 28 अक्टूबर 1886 को न्यूयॉर्क हार्बर में तब के बिडलो टापू पर लाया गया जिससे अब लिबर्टी द्वीप भी कहा जाता है |
भारत के तरह ही अमेरिका में 4 जुलाई को सरकारी अवकाश रहता है लोग अपने घरों से घूमने जाते है , बड़े बड़े शहरों में मेलों का आयोजन होता है , संगीत कार्यक्रम होते हैं और लोग इस दिन को एन्जॉय करते हैं |
4 जुलाई को अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस के साथ साथ एक अनोखा सा संयोग भी जुड़ा हुआ है, इस दिन अमेरिका के तीन राष्ट्रपतियों की मौत भी हुए थी | इनमें 4 जुलाई 1826 को थॉमस जेफर्सन , और जॉन एडम्स ने एक साथ दुनिया को अलविदा कहा और इसके ठीक 5 साल बाद 4 जुलाई 1831 को एक और राष्ट्रपति जेम्स मुनरो ने भी अपनी आखिरी सांस ली |
1826 को जब अमेरिका अपनी 50 वी सालगिरह मना रहा था उस वक़्त थॉमस जेफर्सन 83 साल के हो चुके थे और विर्जिनिआ के अपने घर में बीमार पड़े थे , दूसरे ओर जॉन एडम्स उस वक़्त 90 साल के हो चुके थे ओर मैसाचुसेट्स में वो भी अपने आखिरी साँसे ले रहे थे |
दोनों के तबीयत काफी लम्बे समय से खराब चली आ रहे थी लेकिन इसे एक संयोग ही कहा जाएगा के दोनों ने 4 जुलाई 1826 को ही अपने आखिरी सांस ली| इनमे दोपहर को पहले 12:50 पर थॉमस जेफर्सन ने आखिरी सांस ली ओर शाम को 6 बजे के आस पास जॉन एडम्स ने दुनिया को अलविदा कहा |
इसके बाद अमेरिका के 5 वे राष्ट्रपति जेम्स मुनरो जिनका कार्यकाल 1817 से 1825 तक रहा ,4 जुलाई 1831 को जब वह 73 साल के थे वे भी इसी दिन दुनिया को अलविदा कह गए |
भारत अमेरिका ट्रेड डील :-
इस बार 4 जुलाई न सिर्फ अमेरिका के लिये बल्कि भारत के लिये भी काफी ख़ास है , इस समय भारत ओर अमेरिका में ट्रेड डील होने वाली है और दोनों ही देशों में इसको लेकर काफी चर्चा हो रही है , अमेरिका एक तरफ जहाँ पूरी दुनिया में टेरिफ वॉर में लगा हुआ है वहीँ इस ट्रेड डील के जरिये भारत टेरिफस में कटौती के उम्मीद कर रहा है|
इस ट्रेड डील में GM crops को लेकर बात फसी हुई है , इसमें अमेरिका मक्का और सोयाबीन भारत को निर्यात करना चाहता है लेकिन भारत पहले ही इन फसलों में आत्मनिर्भर है और भारत अमेरिका की इन जेनेटिकली मॉडिफाइड फसलों को भारत में अनुमति नहीं देना चाहता है |